*Best Diwali 2017 Speech In Hindi For Students | diwali wishes | happy diwali
|*Best Diwali 2017 Speech In Hindi For Students Diwali 2017 Speech
इस दिन के व्रत और पूजा के संदर्भ में एक दूसरी कथा यह है कि रंति देव नामकएक पुण्यात्मा और धर्मात्मा राजा थे। उन्होंने अनजाने में भी कोई पाप नहीं कियाथा लेकिन जब मृत्यु का समय आया तो उनके समक्ष यमदूत आ खड़े हुए। यमदूतको सामने देख राजा अचंभित हुए और बोले मैंने तो कभी कोई पाप कर्म नहीं कियाफिर आप लोग मुझे लेने क्यों आए हो क्योंकि आपके यहां आने का मतलब है किमुझे नर्क जाना होगा। आप मुझ पर कृपा करें और बताएं कि मेरे किस अपराध केकारण मुझे नरक जाना पड़ रहा है।
यह सुनकर यमदूत ने कहा कि हे राजन् एक बार आपके द्वार से एक बार एकब्राह्मण भूखा लौट गया था,यह उसी पापकर्म का फल है। इसके बाद राजा ने यमदूतसे एक वर्ष समय मांगा। तब यमदूतों ने राजा को एक वर्ष की मोहलत दे दी। राजाअपनी परेशानी लेकर ऋषियों के पास पहुंचे और उन्हें अपनी सारी कहानी सुनाकरउनसे इस पाप से मुक्ति का क्या उपाय पूछा।
तब ऋषि ने उन्हें बताया कि कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का व्रत करेंऔर ब्रह्मणों को भोजन करवा कर उनके प्रति हुए अपने अपराधों के लिए क्षमायाचना करें। राजा ने वैसा ही किया जैसा ऋषियों ने उन्हें बताया। इस प्रकार राजापाप मुक्त हुए और उन्हें विष्णु लोक में स्थान प्राप्त हुआ। उस दिन से पाप औरनर्क से मुक्ति हेतु भूलोक में कार्तिक चतुर्दशी के दिन का व्रत प्रचलित है।
इस दिन के महत्व के बारे में कहा जाता है कि इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर तेललगाकर और पानी में चिरचिरी के पत्ते डालकर उससे स्नान करने करके विष्णुमंदिर और कृष्ण मंदिर में भगवान का दर्शन करना करना चाहिए। इससे पाप कटताहै और रूप सौन्दर्य की प्राप्ति होती है।
कई घरों में इस दिन रात को घर का सबसे बुजुर्ग सदस्य एक दिया जला कर पूरे घरमें घुमाता है और फिर उसे ले कर घर से बाहर कहीं दूर रख कर आता है। घर केअन्य सदस्य अंदर रहते हैं और इस दिए को नहीं देखते। यह दीया यम का दीयाकहलाता है। माना जाता है कि पूरे घर में इसे घुमा कर बाहर ले जाने से सभीबुराइयां और कथित बुरी शक्तियां घर से बाहर चली जाती हैं। इस दिन अपने रूप-रंग को संवारने की भी मान्यता है। इसके लिए विशेष उबटन आदि का प्रयोग कियाजाता है।
Diwali 2017 Speech